
4 जनवरी पञ्चांग और राशिफल
4 जनवरी पञ्चांग और राशिफल
4 जनवरी 2025 का दिन शनि प्रधान दिन है। इस दिन किए गए दान, पुण्य और पूजा से शनि के प्रभाव में सुधार होता है। यह दिन विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है, जिनकी कुंडली में शनि अशुभ फल दे रहा है।
दिन विशेष/महत्व:
- दिन: शनिवार
- पर्व/व्रत:
- श्री पंचमी व्रत सरस्वती पूजा (कुछ स्थानों पर)
विस्तृत पंचांग:
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
- मास: पौष मास
- विक्रम संवत: 2081
- शक संवत: 1946
- ऋतु: हेमंत
- अयन: उत्तरायण
- सूर्योदय: सुबह 7:11 बजे
- सूर्यास्त: शाम 5:50 बजे
- चंद्रोदय: दोपहर 12:06 बजे
- चंद्रास्त: रात 12:30 बजे
- दिवस काल: 10 घंटे 39 मिनट
- रात्रि काल: 13 घंटे 21 मिनट
दैनिक पंचांग विस्तार से:
4 जनवरी पञ्चांग और राशिफल
शुभ समय:नए कार्य, व्यापार, निवेश और शुभ कार्यों के लिए अभिजीत मुहूर्त दिन का सबसे श्रेष्ठ समय है।
- आज के अन्य शुभ मुहूर्त:
- लाभ काल: शाम 4:30 बजे से 6:00 बजे तक।
- अमृत काल: दोपहर 2:31 बजे से 4:04 बजे तक।
- आज के अन्य शुभ मुहूर्त:
- अशुभ समय:
- राहुकाल: सुबह 9:52 बजे से 11:12 बजे तक।
- यमगंड काल: दोपहर 1:51 बजे से 3:11 बजे तक।
प्रातःकाल:
- सुबह 6:00 से 7:30 बजे तक ध्यान, पूजा और प्रार्थना के लिए शुभ समय।
- इस समय राहुकाल नहीं होता, इसलिए घर में मंगल कार्य या पूजा प्रारंभ की जा सकती है।
दोपहर:
- अभिजीत मुहूर्त:
- दोपहर 12:10 बजे से 12:53 बजे तक।
- यह समय सभी प्रकार के शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त है।
- व्यापारिक समझौते, नई परियोजनाओं की शुरुआत, और विवाह के लिए शुभ।
संध्या:
- लाभ मुहूर्त:
- शाम 4:30 बजे से 6:00 बजे तक।
- किसी भी कार्य में लाभ प्राप्त करने के लिए यह समय सर्वोत्तम है।
रात्रि:
- शनि मंत्रों का जाप और ध्यान के लिए रात्रि का समय उपयुक्त रहेगा।
ग्रहों की विशेष स्थिति:
- सूर्य: धनु राशि में स्थित है, जो आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान करता है और शिक्षा, शोध और धार्मिक कार्यों में सफलता देता है।
- शनि: कुंभ राशि में स्थित है, जिससे तकनीकी और नवाचार के क्षेत्र में नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं।
- बुध: धनु राशि में प्रवेश कर रहा है, जिससे वाणी में प्रभावशाली क्षमता बढ़ेगी और व्यापारिक निर्णयों में लाभ होगा। पंचांग के विशेष पहलू:
- तिथि की विशेषता (पंचमी):
- पंचमी तिथि को ज्ञान, विद्या और शिक्षा का दिन माना जाता है। यह देवी सरस्वती और नृत्य-कला की देवी को समर्पित है।
- इस दिन नए शिक्षण या अध्ययन से जुड़े कार्यों की शुरुआत अत्यंत शुभ मानी जाती है।
- यदि आप अपने बच्चों की शिक्षा में प्रगति चाहते हैं, तो उन्हें इस दिन देवी सरस्वती के चरणों में किताबें अर्पित कर आशीर्वाद दिलवाएं।
- नक्षत्र की विशेषता (शतभिषा):
- शतभिषा नक्षत्र के दौरान शोध, चिकित्सा, तकनीकी क्षेत्र और विज्ञान में प्रगति होती है।
- यदि आप किसी लंबित परियोजना को पूर्ण करना चाहते हैं, तो यह दिन आदर्श है।
ग्रह स्थिति का प्रभाव:
ग्रहों की स्थिति आपके जीवन पर गहरा प्रभाव डालती है। 4 जनवरी 2025 को ग्रहों की स्थिति कुछ विशेष संकेत देती है:
सूर्य (धनु राशि):
- आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।
- धार्मिक कार्यों और सामाजिक सेवा में रुचि बढ़ेगी।
- धनु राशि में सूर्य आपकी जीवनशैली में सुधार लाने का संकेत देता है।
चंद्रमा (कुंभ राशि):
- नवीन विचार और रचनात्मकता को बढ़ावा।
- सामाजिक और मानवीय कार्यों के लिए उपयुक्त।
- यदि आप नई योजनाएं बनाना चाहते हैं, तो यह समय अनुकूल है।
मंगल (वृश्चिक राशि):
- निर्णय लेने में सावधानी रखें।
- गुस्से और अधीरता से बचें।
- अपने साहस और दृढ़ संकल्प को सही दिशा दें।
बुध (धनु में प्रवेश):
- वाणी में मधुरता और व्यापार में लाभ।
- बुद्धिमत्ता से निर्णय लेना आपके पक्ष में रहेगा।
शुक्र (मकर राशि):
- प्रेम और रिश्तों में स्थिरता।
- संपत्ति खरीदने या निवेश करने के लिए समय अनुकूल।
गुरु (मीन राशि):
- आध्यात्मिक ज्ञान और सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि।
- शिक्षा और धार्मिक यात्राओं के लिए उत्तम।
शनि (कुंभ राशि):
- तकनीकी क्षेत्र में सफलता।
- न्याय और अनुशासन का पालन करें।
राहु (मेष राशि):
- अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करें।
- धोखाधड़ी से बचें।
केतु (तुला राशि):
- मानसिक शांति के लिए ध्यान करें।
- निर्णय लेते समय सतर्क रहें।
कुंडली अनुसार राशियों पर प्रभाव:
मेष:
- धन: निवेश के लिए सही समय।
- स्वास्थ्य: पुरानी बीमारियों में सुधार।
- उपाय: हनुमान जी को सिंदूर अर्पित करें।
वृषभ:
- करियर: नौकरी में तरक्की।
- स्वास्थ्य: थकावट महसूस हो सकती है।
- उपाय: शिवलिंग पर दूध चढ़ाएं।
मिथुन:
- प्रेम: दांपत्य जीवन में मधुरता।
- स्वास्थ्य: सर्दी-खांसी से बचाव करें।
- उपाय: तुलसी के पौधे की पूजा करें।
कर्क:
- धन: लाभकारी समय।
- स्वास्थ्य: ऊर्जा में सुधार।
- उपाय: जल में काले तिल डालकर सूर्य को अर्घ्य दें।
सिंह:
- धन: व्यापार में उन्नति।
- स्वास्थ्य: मानसिक शांति।
- उपाय: गुड़ और चना दान करें।
कन्या:
- प्रेम: रिश्तों में स्थिरता।
- धन: फिजूल खर्च से बचें।
- उपाय: भगवान विष्णु का पूजन करें।
तुला:
- करियर: परीक्षा में सफलता।
- स्वास्थ्य: अनिद्रा की समस्या हो सकती है।
- उपाय: शनि मंत्रों का जाप करें।
वृश्चिक:
- प्रेम: सकारात्मक संकेत मिलेंगे।
- धन: यात्रा से लाभ।
- उपाय: शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित करें।
धनु:
- करियर: पदोन्नति के योग।
- प्रेम: रिश्तों में मजबूती।
- उपाय: गायत्री मंत्र का जाप करें।
मकर:
- धन: स्थिरता आएगी।
- स्वास्थ्य: पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
- उपाय: शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाएं।
कुंभ:
- धन: धन लाभ के योग।
- प्रेम: नई मित्रता बनेगी।
- उपाय: काले तिल का दान करें।
मीन:
- प्रेम: अच्छे समाचार मिलेंगे।
- धन: निवेश से लाभ।
- उपाय: विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
अतिरिक्त जानकारी:
- उज्जैन में विशेष धार्मिक आयोजन:
- 4 जनवरी को महाकालेश्वर मंदिर में विशेष पूजन का आयोजन रहेगा।
- मंदिर में सुबह से लेकर शाम तक भक्तों का तांता रहेगा।
- शनि दोष निवारण के लिए विशेष रुद्राभिषेक अनुष्ठान किया जाएगा।
उपाय:
- हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- शनिवार को सरसों का तेल दान करें।
- गरीबों में काले कपड़े और काली उड़द बांटें।
पूजन और व्रत संबंधित जानकारी:
- पौष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को देवी सरस्वती का पूजन करना शुभ माना गया है।
- इस दिन श्री पंचमी व्रत का पालन करके ज्ञान और विद्या की प्राप्ति के लिए देवी सरस्वती की आराधना की जाती है।
- शनिवार के दिन शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए विशेष पूजा की जाती है। सरसों का तेल और काले तिल का दान करना शुभ होता है।
ध्यान योग्य बातें:
- सुबह स्नान के बाद शनिदेव और देवी सरस्वती की पूजा करें।
- इस दिन काले कपड़े, सरसों का तेल, और काले तिल का दान करना शुभ होगा।
- शिवलिंग पर जल और बेलपत्र अर्पित करें।
विशेष उपाय (4 जनवरी 2025 के लिए):
- शनि दोष के निवारण हेतु:
- सरसों का तेल शनिवार को पीपल के पेड़ पर अर्पित करें।
- काले कपड़े और काले तिल का दान करें।
- विद्या और ज्ञान की प्राप्ति के लिए:
- देवी सरस्वती की आराधना करें।
- बच्चों को पुस्तकें और पेन दान करें।
- धन लाभ के लिए:
- लक्ष्मीजी के चरणों में कमल का फूल अर्पित करें।
- घर में कर्पूर जलाकर उसकी सुगंध फैलाएं।
- स्वास्थ्य के लिए:
- ताजे फलों और हरी सब्जियों का सेवन करें।
- पीपल के वृक्ष के नीचे ध्यान करें।
दैनिक जीवन के लिए सुझाव:
व्यापारियों के लिए:
- धनु में सूर्य और बुध का योग व्यापार में सफलता देगा।
- निवेश योजनाएं सफल होंगी, विशेष रूप से तकनीकी और रियल एस्टेट क्षेत्रों में।
विद्यार्थियों के लिए:
- शनि और चंद्रमा का योग अध्ययन के लिए सकारात्मक परिणाम देगा।
- प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को विशेष लाभ होगा।
गृहिणियों के लिए:
- इस दिन घर में सरसों का तेल जलाकर शनि देव का पूजन करें।
- घर के उत्तर-पूर्व कोने में सरस्वती जी की मूर्ति स्थापित करें और दीपक जलाएं।
यात्रा के लिए:
- आज का दिन यात्राओं के लिए शुभ है, विशेषकर व्यवसायिक और धार्मिक यात्राओं के लिए।
- यात्रा में भगवान गणेश का ध्यान करके निकलें।
शुभ कार्यों की सूची:
- नए व्यापार की शुरुआत।
- शिक्षा संबंधी कार्यों का आरंभ।
- धार्मिक यात्राएं।
- परिवार में शुभ आयोजन।
चंद्र नक्षत्र और योग:
- नक्षत्र:
- शतभिषा नक्षत्र का प्रभाव रहेगा। यह नक्षत्र विज्ञान, शोध, और रचनात्मकता के लिए शुभ है।
- इस नक्षत्र में किए गए कार्य दीर्घकालिक लाभ देते हैं।
- योग:
- वृद्धि योग: यह योग आपके प्रयासों और कार्यों में वृद्धि करेगा। यदि आप किसी बड़े लक्ष्य की योजना बना रहे हैं, तो यह दिन उत्तम है।
- यह योग व्यापार, शिक्षा और स्वास्थ्य से संबंधित कार्यों के लिए शुभ है।
वार विशेषता:
- शनिवार:
- शनि ग्रह का दिन है।
- इस दिन अनुशासन, न्याय, और धैर्य के साथ कार्य करने का महत्व है।
- शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए पीपल के पेड़ की पूजा करें और उसके नीचे दीप जलाएं।
शनि पूजा और दान:
- शनिदेव की कृपा पाने के लिए:
- काले कपड़े पहनकर शनिदेव को तिल का तेल और लोहे के बर्तन अर्पित करें।
- शनि स्तोत्र का पाठ करें।
- गरीबों में काले उड़द, सरसों का तेल, और लोहे के सामान का दान करें।
- शनिवार के उपाय:
- पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
- हनुमान चालीसा का पाठ करें।
- अपनी जन्म कुंडली में शनि ग्रह की स्थिति को सुधारने के लिए तिल और गुड़ का दान करें।